Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता - जीवन का सफर

जीवन का सफर


जीवन चलता रहता है,
 निरंतर,
एक क्षण भी, 
कहां रुकता है यह,
बहता चलता है, 
अपनी ही लय में,
दुख, तकलीफें, और मुसीबत,
सबसे लड़ता है,
 अपने हौसलों और हिम्मत से,
रचता है हर रोज़, 
एक नया इतिहास,

जीवन है,

 तो जीवन का सफर भी है,

दोनों ही हैं खूबसूरत , 

अपनी अपनी तरह।।

प्रियंका वर्मा
2/5/24

   0
0 Comments